हरिद्वार। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव के चाचा राजपाल सिंह यादव की अस्थियां मंगलवार को नमामि गंगे घाट पर गंगा में विसर्जित की गई। तीर्थ पुरोहित शेलेष गौतम के सानिध्य में पं अभिनव झा ने पूर्ण विधि विधान से कर्मकांड संपन्न कराया। बताते चलें कि कि अखिलेश यादव अपने परिजनों के साथ चाचा राजपाल यादव की अस्थियों का विसर्जन करने के लिए मंगलवार को हरिद्वार पहुंचे। अस्थि विसर्जन राजपाल यादव के बड़े बेटे अभिषेक यादव ने किया। आपको बता दें कि राजपाल यादव का 73 वर्ष की उम्र में लंबी बीमारी के चलते 9 जनवरी को गुड़गांव के वेदांता हॉस्पिटल में निधन हुआ था। राजपाल यादव अखिलेश यादव के पिता स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के भाई थे। राजपाल यादव राजनीति से दूर रहकर समाज सेवा के कार्यों में लगे रहते थे। उनका अंतिम संस्कार 9जनवरी को उनकी पैतृक गांव सैफई में किया गया था। मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव ने दी थी। राजपाल यादव के अंतिम संस्कार में सपा प्रमुख अखिलेश यादव,राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव,सांसद डिंपल यादव,राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव,सांसद धर्मेंद्र यादव,सांसद अक्षय यादव, सांसद आदित्य यादव और विधायक तेज प्रताप यादव,प्रतीक यादव,उनकी पत्नी अपर्णा यादव ,अनुजेश यादव समेत सपा के अनेक नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। वही दूसरी ओर अस्थि विजर्सन के बाद अखिलेश यादव ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए उत्तराखंड में जल्द ही यूसीसी लागू होने पर कहा कि जिन उम्मीदों से उत्तराखंड बनाया गया था कि दूर दराज के गॉवो तक विकास पहुचेंगा,वो नही हो पाया है। आज भी उत्तराखंड के कई गांव ऐसे है जहाँ विकास नही पहुँच पाया है और वहां पलायन हो रहा है। आज की राजनीति दूसरी ओर जा रही है।उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में पूरे देश ने स्वामी विवेकानंद को याद किया। जिन्होंने कहा था कि भारत की यह पहचान है कि यहां का धर्म सभी को अपने मे समाता है और सभी को अपना बनाता है। यही हमारा धर्म और यही भारत की पहचान है। प्रयागराज के कुम्भ पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे जब माँ गंगा बुलाएगी तब कुम्भ स्नान को जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि आज सब कुछ लाइव है। जो भी कमियां वहां होंगी उन्हें उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही उन्हें दूर कर सकुशल कुम्भ कराएगी। दिल्ली चुनाव पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि चाहे कांग्रेस हो या आप ओर या फिर समाजवादी पार्टी सभी का उद्देश्य भाजपा को हराना है। दिल्ली में समाजवादी पार्टी आप के साथ है। इसलिए उन्हें उम्मीद है कि इंडिया गठबंधन बना रहेगा।