05 फरवरी की महापंचायत स्थगित की घोषणा से प्रशासन को मिली राहत

समाज के मौजिजों ने महापंचायत स्थगित का निर्णय लेकर किया वीडियों जारी

महापंचायत स्थगित के बाद भी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में ढिलाई के मूड में नहीं


हरिद्वार। विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह के बीच चल रही तनातनी को लेकर 05फरवरी को महापंचायत की घोषणा पर समाज के ही युवाओं का महापंचायत की खिलाफत करते हुए सोशल मीडिया में अपना पक्ष रखने का सिलसिला जारी है। वहीं समाज के मौजिजों ने भी 05फरवरी को घोषित महापंचायत को स्थागित करने की घोषणा करने वाला एक वीडियों जारी किया है। जिसके बाद जनपद हरिद्वार के लोगों समेत शासन-प्रशासन ने राहत की सास ली है। भले ही 05फरवरी को घोषित महापंचायत स्थागित करने की घोषणा कर दी गयी हो,मगर पुलिस प्रशासन अपनी सुरक्षा व कानून व्यवस्था में बिलकुल भी ढिलाई के मूड में नहीं है।पुलिस प्रशासन द्वारा भारी पुलिस बल तैनात करते हुए अपनी पैनी नजर लण्ढोरा,खानपुर समेत अन्य क्षेत्रों में रखे हुए है।बताते चले कि खानपुर विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह के बीच चल रही तनातनी को लेकर खानपुर,लण्ढोरा समेत अन्य क्षेत्रों में मामला गरमाया हुआ है।जिसको लेकर गुर्जर समाज की ओर से 05फरवरी को लण्ढोरा में महापंचायत की घोषणा की गयी थी। जिसको लेकर शासन प्रशासन सर्तक हैं, इसी बीच भाकियू नेता राकेश टिकैत ने भी हरिद्वार पहुंचकर दोनों पक्षों से मुलाकात करते हुए समझौते के प्रयास शुरू कर दिये है।वहीं उन्होंने दोनों प़क्षों के मौजिजों से भी वार्ता करते हुए माहौल को बिगड़ने की बजाय शांत करने तथा दोनों राजनीतिक दिग्गजो के बीच आपसी तनातनी से दूर रहने और उनके बीच समझौते के प्रयास करने की अपील की है।भाकियू नेता राकेश टिकैत ने पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह की पत्नी रानी देवरानी और विधायक उमेश कुमार से देहरादून जाकर मामले को सुलझाने के सम्बंध में लम्बी वार्ता की हैं।बताया जा रहा हैं कि भाकियू राकेश टिकैत को दोनों पक्षों की ओर से मामले को सुलझाने के सम्बंध में सकरात्मक रूख मिला था।जिसके बाद समझा जा रहा हैं कि दोनों पक्षों में अब सब कुछ समान्य हो जाएगा।लेकिन 05फरवरी को लण्ढोरा में महापंचायत की घोषणा को लेकर शासन -प्रशासन बेहद गम्भीर है।उत्तराखण्ड डीजीपी दीपम सेठ और एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन भी बीते दिन हरिद्वार दौरे के दौरान जनपद हरिद्वार में हो रहे नेशनल गेम और बंसत पंचमी स्नान पर्व के साथ-साथ विधायक और पूर्व विधायक के समर्थकों के द्वारा पंचायत को लेकर की जा रही घोषणा पर भी गम्भीर दिखे। जिन्होंने एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल को कानून व्यवस्था को चुनौती देने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने के निर्देश दिये हैं। लेकिन 05 फरवरी को लण्ढोरा में महापंचायत को लेकर समाज के युवाओं द्वारा सोशल मीडिया में की जा रही टिप्पणी ने प्रशासन को राहत देने का काम किया है। समाज के युवा सोशल मीडियों मे महापंचायत की घोषणा के खिलाफ अपनी बात पोस्ट के जरिये रखते नजर आ रहे है। वही समाज के मौजिजों ने भी 05फरवरी की महापंचायत के स्थगित कर देने के निर्णय और इस सम्बंध में जारी वीडियों ने जिला प्रशासन को राहत दी है। लेकिन पुलिस प्रशासन महापंचायत स्थगित की घोषणा हो जाने के बाद भी सुरक्षा व कानून व्यवस्था में बिलकुल ढिलाई देने के मूड में नहीं है। पुलिस प्रशासन की ओर से भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ अपनी पैनी नजर लण्ढोरा,खानपुर समेत अन्य क्षेत्रों में गढाये हुए है।